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"शहीद की शहादत"

"शहीद की शहादत" वो माटी का बेटा था, वतन का रखवाला, हर सांस में बसा था उसका देश, निराला। कोबरा की वर्दी में, दिल था फौलादी, हाथों में बंदूक, आँखों में आग सादी। तुमरेल की धरती आज फिर भीगी है, एक माँ की गोद सूनी, एक चिता जली है। नक्सली वार में लड़ते-लड़ते चला गया, पर झुका नहीं, शेर बन कर ढह गया। मेहुल सोलंकी, तेरा नाम अमर रहेगा, तेरी कुर्बानी हर दिल में उतर रहेगा। शहीदों की ये धरती तुझ पर गर्व करेगी, तेरी हर कहानी, हर पीढ़ी को सिखाएगी। सलाम है तुझे, ओ वतन के सिपाही, तेरे बलिदान पे हर आँख है गवाही। तेरी याद में आज आसमाँ भी रोया है, एक वीर सपूत फिर धरती छोड़ गया है। शत-शत नमन।
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PSEB 10वीं का परिणाम 2025 घोषित पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (PSEB) ने कक्षा 10वीं का परिणाम 16 मई 2025 को दोपहर 2:30 बजे घोषित कर दिया है। छात्र-छात्राएं अपना रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं:

मुख्य बातें : कुल उत्तीर्ण प्रतिशत: 95.61% टॉपर्स: इस बार अक्षनूर कौर, रतिंदरदीप कौर और अर्शदीप कौर ने 100% अंक लेकर टॉप किया है। परीक्षा की तारीखें: 10 मार्च 2025 से 4 अप्रैल 2025 तक आयोजित हुई थीं। अपना रिजल्ट कैसे देखें : 1. pseb.ac.in वेबसाइट पर जाएं। 2. “PSEB 10th Result 2025” लिंक पर क्लिक करें। 3. अपना रोल नंबर और जन्मतिथि डालें। 4. सबमिट बटन दबाएं और अपना रिजल्ट देखें। 5. चाहें तो प्रिंट या स्क्रीनशॉट भी ले सकते हैं। महत्वपूर्ण जानकारी : ऑनलाइन मार्कशीट अस्थायी होगी। असली मार्कशीट स्कूल से कुछ दिनों में मिलेगी। पुनः मूल्यांकन (Re-evaluation) के लिए ₹1000 प्रति विषय शुल्क और उत्तर पुस्तिका की फोटोकॉपी के लिए ₹500 प्रति विषय लगेगा। इसकी जानकारी भी जल्द वेबसाइट पर मिलेगी। कम से कम 33% अंक हर विषय में लाने ज़रूरी हैं। जिनके कम अंक हैं, उनके लिए सप्लीमेंट्री परीक्षा की तारीख़ जल्द घोषित की जाएगी।

आखिर क्यों नहीं मिलती armed force के जवानों को IRCTC railway ticket कंफर्म टिकट आखिर क्यों मिलती है waiting list ?

दरअसल, Indian Army के जवानों के लिए रेलवे में एक अलग कोटा होता है, जिसे Defence Quota या Defence Warrant कहते हैं। इस कोटे के तहत जवान अपनी यूनिट से रेलवे वारंट लेकर टिकट बुक करवाते हैं। ये बुकिंग सीधे रेलवे के रिजर्वेशन काउंटर से होती है — और IRCTC की ऑनलाइन बुकिंग में इन वारंट्स का सिस्टम नहीं है। IRCTC पर सामान्य यात्रियों के लिए टिकट बुकिंग होती है, जिसमें confirm, RAC, या waiting मिलती है। अब क्योंकि हर ट्रेन में Defence Quota की सीटें सीमित होती हैं और ज़्यादातर जवान ड्यूटी या छुट्टी पर आने-जाने के लिए काउंटर से ही बुक कराते हैं, इस वजह से IRCTC पर confirm टिकट मिलना मुश्किल होता है। दूसरा कारण: IRCTC की बुकिंग में जनरल कोटा के मुकाबले Defence Quota का सिस्टम ऑनलाइन ऐड नहीं किया गया। और जो सीटें बचती हैं, उन पर भारी competition होता है। तीसरा कारण: रेलवे में पहले से ही VIP, Tatkal, Ladies, Senior Citizen, आदि कई कोटे होते हैं, जिनमें सीटें अलग रखी जाती हैं। Army का कोटा छोटा होता है, और उसमें पहले से काउंटर बुकिंग ज़्यादा होती है, इसलिए ऑनलाइन में कम ही मौका मिलता है। Defence Quo...

DGMO का मतलब है Director General of Military Operations। ये भारतीय सेना के ऑपरेशन्स शाखा (Military Operations Directorate) के प्रमुख होते हैं। DGMO भारतीय सेना के उन सबसे अहम अधिकारियों में से एक हैं जो देश की सीमाओं पर सैन्य गतिविधियों और ऑपरेशन्स की योजना बनाते हैं, उनका नियंत्रण करते हैं और निगरानी रखते हैं।

WhatsApp: +91 9914436629 | Name: Headline Hub हिन्दी DGMO के मुख्य कार्य: LOC (Line of Control) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सेना की तैनाती और स्थिति की निगरानी। देश के अंदर और बाहर सैन्य ऑपरेशन्स की रणनीति तैयार करना। युद्ध और आपातकालीन स्थिति में सेना की तैयारियों का नेतृत्व करना। अन्य देशों के DGMO से संपर्क करना। जैसे भारत और पाकिस्तान के DGMO हॉटलाइन पर बातचीत करते रहते हैं, खासकर जब सीमा पर तनाव होता है। DGMO का रैंक:आमतौर पर DGMO लेफ्टिनेंट जनरल (Lieutenant General) रैंक के अधिकारी होते हैं। भारतीय सेना में DGMO का कार्यालय: इंटीग्रेटेड हेडक्वार्टर ऑफ डिफेंस स्टाफ (IHQ of MOD) में होता है, जो नई दिल्ली में है। DGMO (Director General of Military Operations) का इतिहास भारतीय सेना में DGMO पद की स्थापना 1947 में भारत की आज़ादी के बाद की गई थी, जब भारत ने अपनी सेना के स्वतंत्र सैन्य कमान और संरचना विकसित करनी शुरू की। पहले ये जिम्मेदारी ब्रिटिश अफसर संभालते थे, लेकिन धीरे-धीरे भारतीय अफसरों को ये जिम्मेदारियां दी गईं। 1950 के दशक में भारतीय सेना की कमान पूरी तरह भ...

ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक आतंकी ढेर, कार्रवाई अभी जारी:

ऑपरेशन सिंदूर में 100 से अधिक आतंकी ढेर, कार्रवाई अभी जारी: सरकार भारत सरकार ने बताया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' में अब तक 100 से अधिक आतंकवादी मारे जा चुके हैं, और यह गिनती अभी भी जारी है। सूत्रों के अनुसार, यह ऑपरेशन अभी चल रहा है, जिसके कारण मारे गए आतंकियों की सटीक संख्या बताना मुश्किल है। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक पाकिस्तान की ओर से कोई उकसावे वाली कार्रवाई नहीं होती, भारत अपनी ओर से कोई नया कदम नहीं उठाएगा।